18 Aug By AshramSevaTeam 0 Comment In Thought For The Day Asharamjibapu, Quotes धनभागी हैं वे सत्शिष्य जो तितिक्षा सहकर भी गुरु-ज्ञान व भारतीय संस्कृति के दिव्य कणों को दूर तक फैलाकर मानव-मन में व्याप्त अंधकार को नष्ट करते रहते हैं ।
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