अनर्गल आरोप लगानेवाले अपनी दुष्ट मानसिकता बढ़ा के अपना भविष्य अंधकारमय कर रहे हैं । वे न शास्त्र की बात मानते हैं न संतों की वाणी मानते हैं लेकिन कर्म का सिद्धांत अकाट्य है । उनको पता ही नहीं कि भ्रामक प्रचार करके वे समाज का और अपना कितना अहित कर रहे हैं ! – पूज्य बापूजी
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