14 Aug By AshramSevaTeam 0 Comment In Thought For The Day मुक्ति की युक्ति यही है कि साधक ध्यान – भजन – सुमिरन तो करे , साथ ही स्वभाव बदलने के लिए भी सतत जागृत रहे । -पूज्य बापूजी
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