वर्ष 2013 में एक सुनियोजित साजिश के तहत पूज्य बापूजी पर सूरत की एक महिला के माध्यम से 12 वर्ष पूर्व ऐसी-ऐसी घटना हुई ऐसी कल्पित कहानी गढ़कर आरोप लगवाया जाता है । 9 वर्ष तक अदालत की प्रक्रिया...
अपने पेट में दवाएँ डलवाकर अथवा कातिल साधनों द्वारा शिशु के टुकड़े-टुकड़े करके गर्भपात करवाना क्या पवित्र कार्य कहा जायेगा ? गर्भपात को पाप ही नहीं, महापाप माना गया है ।
यदि कोई हिन्दू धार्मिक नहीं है तो मैं उसे हिन्दू ही नहीं कहूँगा । दूसरे देशों में भले ही मनुष्य पहले राजनैतिक हो और फिर धर्म से थोड़ा-सा लगाव रखे पर यहाँ भारत में तो हमारे जीवन का सबसे...
सनातन धर्म के ऋषियों ने कितनी सुंदर व्यवस्था की है कि भोजन में तुलसीदल रखो तभी ठाकुरजी को भोग लगता है । तुलसी पुण्यदायी पौधा है । तुलसी पाप-शमन करती है । जैसे हरिनाम की महिमा है ऐसे ही...
होली का उत्सव बहुआयामी है । यह स्वास्थ्य की तरफ, सामाजिक मेलजोल की तरफ और न जाने किस-किस ढंग से इस जीव को अपनी सच्चाई (अपने वास्तविक स्वरूप आत्मा-परमात्मा) की तरफ उत्साहित कर देता है । इस दिन बच्चे...
सुख-शांति, आनंद चाहिए तो ‘भगवद्गीता के ग्यारहवें अध्याय का ३६वाँ श्लोक अर्थसहित लाल स्याही से लिखकर घर में टाँग दो । स्थाने हृषीकेश तव प्रकीर्त्या जगत्प्रहृष्यत्यनुरज्यते च । रक्षांसि भीतानि दिशो द्रवन्ति सर्वे नमस्यन्ति च सिद्धसंघाः ।। ‘हे अंतर्यामिन् ! यह...