रामनवमी के अवसर पर जो उपवास नहीं करता उसको शास्त्रों ने लताड़ा है । जो इस दिन अन्न का सेवन करता है, कामविकार में डूबता है और व्रत, संयम नहीं करता है, जिसकी वाणी में विनय नहीं है, हृदय...
‘‘रेलगाड़ी अपने-आप ले चलेगी’’ ‘‘एक बार पूज्य लीलाशाहजी महाराज आगरा जानेवाले थे । वे अधिकतर खुले मैदान में आसमान के नीचे बैठकर सत्संग करते थे । उस दिन भी भक्त बैठे हुए थे, एक श्रद्धालु शास्त्र पढ़ रहा था और...
अज्ञान और उसका परिवार - अविद्या, अस्मिता, राग, द्वेष, अभिनिवेश... ये सब ज्ञान की होली में जब तक जलाये नहीं और परमात्मा जब तक प्रकट हुआ नहीं तब तक जो कुछ मिला है वह मृत्यु के एक झटके में...
फाल्गुन (अमावस्यांत माघ) मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को आनेवाली यह महाशिवरात्रि, कल्याणकारी रात्रि तपस्या का पर्व है । महाशिवरात्रि को जितना हो सके एकांत में रहना, जैसे भगवान साम्बसदाशिव समाधि में रहते हैं । विज्ञान की दृष्टि...
वेलेंटाइन डे के निमित्त युवक-युवतियाँ कुआसक्ति, कुकर्म, कुचिंतन, कुवासना में तबाह हो रहे थे । मेरे हृदय में पीड़ा हुई कि ‘अनजाने में लोग बेचारे पतन के रास्ते जा रहे हैं’ तो मातृ-पितृ पूजन दिवस की परमात्म-प्रेरणा हुई और...
मैंने एक पौराणिक कथा सुनी है । एक बार देवर्षि नारदजी ने किसी बूढ़े को कहा : ‘‘काका ! इतने बीमार हो । संसार तो संसार है, चलो मैं तुम्हें स्वर्ग ले चलता हूँ ।’’
प्रणव के ‘अ’, ‘उ’ और ‘म्’ इन तीनों अक्षरों से जीव और ब्रह्म की एकता का प्रतिपादन होता है - इस बात को जानकर प्रणव (ॐ) का जप करना चाहिए । जपकाल में यह भावना करनी चाहिए कि ‘हम...
मकर संक्रांति अर्थात् उत्तरायण महापर्व के दिन से अंधकारमयी रात्रि छोटी होती जायेगी और प्रकाशमय दिवस लम्बे होते जायेंगे । हम भी इस दिन दृढ़ निश्चय करें कि अपने जीवन में से अंधकारमयी वासना की वृत्ति को कम करते...