
विदेशी धन से चलने वाले कई मीडिया चैनल्स ने समय-समय पर पूज्य बापूजी को धमकियां देने की कोशिश की है कि अगर वे उन्हे 25-50 लाख रुपए के पैकेज नहीं भेजते हैं तो वे उनके और उनके संगठन के खिलाफ और भी अधिक नकारात्मक खबरें दिखायेंगे। पूज्य बापूजी ने उन्हे एक पाई तक देने से मना कर दिया और चुनौती दी कि वे जितनी चाहें नकारात्मक खबरें लिखें और दिखायें । बापूजी ने कहा कि वे गरीबों के कल्याण के लिए प्राप्त दान के पैसों का उपयोग मीडिया चैनल चलाने वाले देश के गद्दारों को देने के लिये नहीं करेंगे ।
भारत का प्रमुख मीडिया किसके नियंत्रण में हैं ?
द हिंदू (भारत का राष्ट्रीय समाचार पत्र) – जोशुआ सोसाइटी, बर्न, स्विट्जरलैंड द्वारा वित्तपोषित। चेन्नई (मद्रास) में इसे “द सैपर” के रूप में जाना जाता है क्योंकि भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के दौरान यह अंग्रेजों का समर्थन करता था।
एनडीटीवी – स्पेन के गोस्पेल्स ऑफ चेरिटी द्वारा वित्त पोषित। भारतीय सीईओ प्रणय रॉय, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जनरल सेकेट्री प्रकाश करात के सहोदर हैं।
सीएनएन-न्यूज 18 (पूर्वनाम सीएनएन-आईबीएन) – अमेरिका में दक्षिणी बैपटिस्ट चर्च द्वारा शतप्रतिशत वित्तपोषित। इस चैनल के प्रचार के लिए चर्च सालाना 800 मिलियन डॉलर देता है। भारत में इसके प्रमुख राजदीप सरदेसाई और उनकी पत्नी सागरिका घोष हैं।
द टाइम्स ग्रुप – विश्व ईसाई परिषद द्वारा 80% वित्तपोषित।
स्टार टीवी – सेंट पीटर्स पोंटिफ़िकल चर्च, मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया द्वारा सहायताप्राप्त।
हिंदुस्तान टाइम्स – टाइम्स ग्रुप के सहयोग से काम कर रहा है।
Give a Reply