” ॐ ह्रां ह्रीं सः सूर्याय नमः “
Om hraam hreem saha suryaay namah !!
One should pray Surya God on this day to eliminate personal evils/shortcomings and to preserve brahmacharya.
अगर इस सूर्य मंत्र का ‘आत्मप्रीति व आत्मानंद की प्राप्ति हो’ – इस हेतु से भगवान भास्कर का प्रीतिपूर्वक चिंतन करते हुए जप करते हैं तो खूब प्रभु-प्यार बढेगा, आनंद बढेगा |
आदित्यहृदय स्तोत्र
Aditya Hriday Stotra ka 3 baar paath karne se Vighna-badha karne walon ko, aarop lagane walon ko safalta nahin milti -Pujya Bapuji’s Message 11th DEC ’09
संक्रांति के दिन यदि रविवार हो तो उसका नाम ह्रदयवार होता है | वह आदित्य के ह्रदय को अत्यंत प्रिय है | उस दिन नक्तव्रत करके मंदिर में सूर्यनारायण के अभिमुख एक सौ आठ वार आदित्यहृदय का पाठ करना चाहिये अथवा सायंकाल तक भगवान् सूर्य का ह्रदय में ध्यान करना चाहिये | सूर्यास्त होने के पश्च्यात घर आकर यथाशक्ति ब्राह्मण को भोजन कराये तथा मौनपूर्वक स्वयं भी खीर का भोजन करके सूर्यदेव का स्मरण करते हुए भूमिपर ही शयन करे | इसप्रकार जो इस दिन व्रत रहकर श्रद्धा-भक्तिसे सूर्यनारायण की पूजा करता है, उसके समस्त अभीष्ट सिद्ध हो जाते है और वह भगवान् सूर्य के समान ही तेज-कान्ति तथा यश को प्राप्त करता है |
– भविष्य पुराण, ब्राह्म पर्व