रक्षाबंधन पर बहन भाई को सूत्र का धागा बाँधती है । सगे भाई-बहन हों अथवा चित्त में जिसके प्रति भाई या बहन का भाव जग जाय वे यह पर्व मनाते हैं । यदि चित्त की शुद्ध व उम्दा भावनाएँ...

रक्षाबंधन के शुभ पर्व पर प्यारे बापूजी को बंधे राखी |
इस दिन शिष्य गुरुदेव को मानसिक पूजन करके मानसिक रक्षासूत्र बांधे | व् ह्रदयपूर्वक प्राथना करें – “हे कृपासिंधु पूज्य गुरुदेव | हम यह रक्षासूत्र बांधकर आपसे यही विनती करते हैं की हमारी श्रद्धा, भक्ति, प्रीति आपके चरणों में नित्यप्रति बढ़ती रहे | कैसी भी विकट परिस्थिति आये, हम आपके बताये पथ से कभी विचलित न हों | ‘हे कृपासिंधु पूज्य गुरुदेव ! आज हम शुभ संकल्प करते हैं की आपकी आयु आरोग्य, यश, कीर्ति, ओज-तेज खूब-खूब बढ़े |
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राखी पूनम उच्च उद्देश्य से मन को बाँधने की प्रेरणा देनेवाली पूनम है । बहन भाई के हाथ पर राखी बाँधती है । राखी महँगी है या सस्ती इसका महत्त्व नहीं है, सादी-सूदी राखी हो, सादा रंगीन धागा हो,...
ऋषि-पूजन का दिवस, यज्ञोपवीत पहनने व बदलने का दिवस, स्वाध्याय और आत्मिक शुद्धि के लिए अनुष्ठान करने या पूर्णाहुति करने का दिवस है रक्षाबंधन ।