23
Jan
- होली की रात्रि का जागरण और भगवन्नाम-जप बहुत ही फलदायी होता है। इनका सभी पुण्यलाभ लें।
- होली की रात को बिना तेल-घी का भोजन करना चाहिए। भ्ज्ञूने हुए चने, पुराने जौ, लाई, खील (लावा) खाने-खिलाने चाहिए ।
- होली के बाद 15 दिन बिना नमक का भोजन लेनेवाला व इस मौसम में सुबह नीम के 20 से 25 कोमल पत्ते और 1-2 काली मिर्च चबा के खानेवाला व्यक्ति वर्षभर निरोग रहने का प्रमाणपत्र ले लेता है, बाहर नहीं भीतर ही।
- होली जलाने में देशी गौ-गोबर के कंडों का उपयोग कर महामारियों, बीमारियों से रक्षा हेतु रोगप्रतिरोधक शक्ति से परिपूर्ण एवं सर्वांगीण विकास हेतु सद्बुद्धि-पोषक वैश्विक वायुमंडल के निर्माण में योगदान दें ।
Give a Reply