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‘वनवासी उत्थान केन्द्रों’ (आदिवासी उत्थान केन्द्रों) के माध्यम से खाद्यान्न एवं भंडारों का नियमित नि:शुल्क वितरण, बच्चों को कपड़े, बर्तन नोटबुक, मिठाई आदि का वितरण एवं नकद वितरण जैसी निःस्वार्थ सामाजिक सेवाएं बड़े पैमाने पर संत श्री आशारामजी बापू आश्रम द्वारा की जा रही हैं। कीर्तन और भंडारों के नियमित कार्यक्रम आश्रम की सेवा गतिविधियों का एक मुख्य हिस्सा बन गए हैं। हजारों भंडारों के माध्यम से अब तक लाखों गरीब आदिवासी, वंचित और अनाथों को लाभान्वित किया जा चुका है।
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